नई दिल्ली. कोरोना संकट से निपटने के लिए मोदी सरकार जल्द ही बेलआउट पैकेज का ऐलान कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिन पहले राष्ट्र के नाम संबोधन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करने की बात कही थी। यह टास्क फोर्स मौजूदा हालात में आर्थिक सुधारों को लेकर सुझाव देगी। वित्त मंत्री ने खुद इस बात का ऐलान किया है कि कोरोना से लड़ाई के लिए दान की गई रकम कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के दायरे में आएगी।
सीतारमण ने सोमवार को ट्वीट किया- देश में कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए सरकार इसे आपदा घोषित करने का निर्णय ले चुकी है। इसलिए यह साफ करना जरूरी है कि कोरोना से लड़ाई में खर्च हुए फंड को सीएसआर एक्टिविटी के अंतर्गत माना जाएगा। वित्त मंत्री ने बताया कि इसके अलावा सेबी और आरबीआई भी रेपो रेट दरों में छूट दे सकती हैं। वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को फाइनेंस बिल पर लोकसभा में चर्चा के दौरान तुरंत राहत पैकेज का ऐलान करने की मांग की
मोदी ने बेलआउट पैकेज के संकेत दिए थे
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को संबोधन में कहा था कि कोरोनावायरस से दुनिया की अर्थव्यवस्था को भारी असर पड़ा है। हमारे यहां भी इसका आंकलन किया जाना है। दूसरी ओर, कोरोना से लड़ाई के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज का ऐलान किया था। हालांकि, डेमोक्रेट्स ने इसमें अड़ंगा लगा दिया।
वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा
चीन के वुहान से संक्रमण की शुरुआत और धीरे-धीरे इसके दूसरे देशों में फैलने से वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। भारत, अमेरिका, चीन और जापान समेत कई देशों के शेयर बाजारों में बड़ा उतार चढ़ाव देखा गया। लॉकडाउन के कारण जरूरी की चीजों को छोड़कर अन्य दुकानें और बाजार पूरी तरह बंद रखे गए हैं। इसकी वजह से भी कारोबार ठप हो गया है।
22 राज्यों के 45 जिले लॉकडाउन
देश में कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को इनका आंकड़ा 400 से ऊपर पहुंच गया, जबकि 7 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर रविवार को देशभर में जनता कर्फ्यू लगाया गया। फिलहाल, 22 राज्यों के 75 जिले लॉकडाउन हैं। रविवार को लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करने पर पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया गया।